सैकड़ों साल पहले ही दुनिया का भविष्य देख लिया था - नस्त्रेदमस

नास्त्रेदमस फ्रांस के एक भविष्यवक्ता थे जो सोलवीं सदी में काफी मशहूर हुए नास्त्रेदमस केवल भविष्यवक्ता ही नहीं बल्कि डॉक्टर और शिक्षक भी थे यह प्लेग जैसी गंभीर बीमारियों का भी इलाज करते थे इन्होंने यूरोप में मशहूर प्लेग डॉक्टर के तौर पर भी बहुत काम किया इसके अलावा यह अपनी कविताओं के द्वारा भविष्य में होने वाली घटनाओं का वर्णन किया करते थे.



अधिकांश शैक्षणिक और वैज्ञानिक सूत्रों का कहना है कि दुनिया की घटनाओं और नास्त्रेदमस के शब्दों के बीच दिखाए गए संबंध काफी हद तक गलत व्याख्या हो या गलत अनुवाद का परिणाम है

या फिर इतने कमजोर हैं कि उन्हें वास्तविक भविष्य बताने की शक्ति के साक्ष्य के रूप में प्रस्तुत करना बेकार है कुछ गलत व्याख्या या गलत अनुवाद तो जानबूझकर भी किए गए हैं इसके बावजूद भी बीसवीं शताब्दी में नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियां आम लोगों के बीच बहुत ही लोकप्रिय हो गई. 



और कई प्रमुख घटनाओं की भविष्यवाणियों का श्रेय भी इन्हीं दिया गया भविष्य की बातों को हजारों साल पहले ही बताने के लिए मशहूर नास्त्रेदमस का जन्म 14 दिसंबर 15 को फ्रांस के एक छोटे से गांव में हुआ था

उनका नाम मिशेल दिनांक था बचपन से ही उनके अध्ययन में खास दिलचस्पी और भाषाओं के अलावा उन्होंने लैट्रिन यूनानी और हिब्रू भाषाओं के अलावा गणित शरीर विज्ञान एवं ज्योतिष शास्त्र जैसे गूढ़ विषयों पर विशेष महारत हासिल कर ली थी नास्त्रेदमस ने किशोरावस्था से ही भविष्यवाणियां करना शुरू कर दी थी. 


ज्योतिष में उनकी बढ़ती दिलचस्पी ने माता-पिता को चिंता में डाल दिया क्योंकि उस समय कट्टरपंथी सा इस विद्या को अच्छी नजर से नहीं देखते थे ज्योतिष से उनका ध्यान हटाने के लिए उन्हें चिकित्सा विज्ञान पढ़ने मॉन्टपलियर भेज दिया गया

जिसके बाद 3 वर्ष की पढ़ाई पूरी कर नास्त्रेदमस चिकित्सक बन गए 23 अक्टूबर 15 से 29 को उन्होंने माउंट पहले से ही डॉक्टरेट की उपाधि ली और उसी विश्वविद्यालय में शिक्षक बन गए. 


पहली पत्नी के देहांत के बाद 1547 में यूरोप जाकर उन्होंने एन से दूसरी शादी कर ली इस दौरान उन्होंने भविष्य वक्ता के रूप में खास नाम कमाया एक किवदंती के अनुसार एक बार नास्त्रेदमस अपने मित्र के साथ इटली की सड़कों पर टहल रहे थे उन्होंने भीड़ में एक युवक को देखा

और जब वह युवक पास आया तो उसे आदर्श सिर झुका कर उन्होंने नमस्कार किया मित्र ने आश्चर्यचकित होते हुए इसका कारण पूछा तो उन्होंने कहा यही व्यक्ति आगे जाकर बुक का आसन ग्रहण करेगा किवदंती के अनुसार वास्तव में व्यक्ति थे जिन्हें 1585 में चुना गया नास्त्रेदमस के बारे में इसी तरह की. 


कई कहानियां मशहूर है लेकिन इनमें से किसी का भी कोई ठोस सबूत मौजूद नहीं है इसकी भविष्यवाणी सुनकर की महारानी कैथरीन ने अपने बच्चों का भविष्य जानने की इच्छा जाहिर की बाद में नास्त्रेदमस ने अपने ज्ञान से यह जान लिया था कि महारानी के दोनों बच्चे अल्पायु हैं

यानी कि उन दोनों की ही कम उम्र में ही मृत्यु हो जाएगी लेकिन सच कहने की हिम्मत नहीं हो पाई और उन्होंने अपनी बात को प्रतीकात्मक छंदों में पेश किया इस प्रकार को अपनी बात भी कह गए और महारानी के मन में कोई चोट भी नहीं पहुंची तभी से नास्त्रेदमस ने यह तय कर लिया कि वह अपनी भविष्यवाणियों को इसी तरह में ही व्यक्त करेंगे. 


1550 के बाद नास्त्रेदमस ने चिकित्सक को छोड़कर अपना पूरा ध्यान ज्योतिष विद्या की साधना पर लगा दिया उसी साल से उन्होंने अपना वार्षिक पंचांग भी निकालना शुरू कर दिया उस में ग्रहों की स्थिति मौसम और फलो आदि के बारे में पूर्वानुमान होते थे कहा जाता है कि उनमें से ज्यादातर सत्य साबित होते थे नास्त्रेदमस ज्योतिष के साथ ही जादू से जुड़ी किताबों में भी घंटों डूबे रहते थे. 


1555 में नास्त्रेदमस ने भविष्यवाणियों से संबंधित अपने ग्रंथ सेंचुरी के प्रथम भाग का लेखन पूरा किया जो सबसे पहले और बाद में अंग्रेजी जर्मन इतालियन रोमन और भाषाओं में प्रकाशित हुआ इस पुस्तक ने तहलका मचाया उस समय महंगी होने के बावजूद भी यह तो हाथ बिक गई. 


उनकी किताबों के ट्रांसलेटर्स का मानना है कि इस किताब के छंदों में प्रथम विश्व युद्ध नेपोलियन हिटलर और केनेडी आदि से संबंधित घटनाएँ स्पष्ट रूप से देखी जा सकती हैं ट्रांसलेटर्स ने नास्त्रेदमस के अनेक शब्दों में तीसरे विश्व युद्ध का पूर्वानुमान और दुनिया के विनाश के संकेत को भी समझ लेने में सफलता प्राप्त कर लेने का दावा किया है. 


अधिकांश शैक्षणिक और वैज्ञानिक सूत्रों का कहना है कि यह व्याख्या है गलत अनुवाद या ग़लतफ़हमी का परिणाम है और कुछ ग़लतियाँ तो जानबूझकर भी की गई है उसके जीवन के अंतिम साल बहुत कष्ट से गुज़रे फ्रांस का न्याय विभाग उनके विरुद्ध जांच कर रहा था कि क्या वे वास्तव में जादू टोने का सहारा लेते थे यदि आरोप सिद्ध हो जाता तो वे दंड के अधिकारी हो जाते हैं. 


लेकिन जांच का निष्कर्ष यह निकला कि वे कोई जादूगर नहीं बल्कि ज्योतिष विद्या में पारंगत व्यक्ति थे उन्हीं दिनों जलोदर रोग से ग्रस्त हो गए शरीर में फोड़ा हो गया उपचार के बाद भी ठीक नहीं हो पाया दरअसल अपनी मृत्यु का पूर्वाभास भी हो गया था इसीलिए उन्होंने 1766 को अपनी वसीयत तैयार करवाई.


1 जुलाई को बुलाकर अपने अंतिम संस्कार का निर्देश दिया और 2 जुलाई 1566 को मशहूर भविष्यवक्ता का निधन हो गया कहा जाता है कि अपनी मृत्यु की तिथि और समय की भविष्यवाणी भी पहले ही कर चुके थे

एक व्याख्या के अनुसार नास्त्रेदमस ने अपने संबंध में जो कुछ गिनी चुनी भविष्यवाणियां की थीं उनमें से एक की मौत के 225 साल बाद कुछ समाज विरोधी तत्व और उनके अवशेषों को निकालने का प्रयास करेंगे लेकिन तुरंत ही मृत्यु हो जाएगी वास्तव में आगे चलकर ऐसा ही हुआ क्रांति के बाद 913 लोगों ने की कब्र खोदा जिसके बाद उनकी मृत्यु हो गई लेकिन.

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